जीवन में आएंगी खुशियां
अगर सावन के हर सोमवार को विधि पूर्वक भगवान शिव की आराधना करते हैं तो तमाम समस्याओं से मुक्ति पा सकते हैं.
सावन 2019: पहले सोमवार शिवलिंग पर चढ़ाएं ये चीजें, जीवन में आएंगी खुशियां
इस वर्ष सावन का पहला सोमवार 22 जुलाई को पड़ रहा है.
सोमवार व्रत का संकल्प सावन में लेना सबसे उत्तम होता है. भगवान शिव की पूजा के लिए यह महीना तो बेहद खास है. वैवाहिक जीवन के लिए सोमवार की पूजा करना काफी अच्छा माना जाता है. अगर कुंडली में विवाह का योग न हो या विवाह होने में अड़चनें आ रही हों तो संकल्प लेकर सावन के सोमवार का व्रत किया जाना चाहिए.
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Sawan Somvar 2019 |
सावन में मुख्य रूप से शिव लिंग की पूजा होती है और उस पर जल तथा बेल पत्र अर्पित किया जाता है. इस वर्ष सावन का पहला सोमवार 22 जुलाई को पड़ रहा है. अगर सावन के हर सोमवार को विधि पूर्वक भगवान शिव की आराधना करते हैं तो तमाम समस्याओं से मुक्ति पा सकते हैं. आइए आपको विभिन्न समस्याओं से मुक्त होने के उपाय बताते हैं.
विवाह संबंधित बाधाओं के लिए उपाय-
- 108 बेल पत्र ले लें
- हर बेलपत्र पर चन्दन से "राम" लिखें
- इसके बाद एक-एक करके सारे बेलपत्र शिव लिंग पर अर्पित कर दें
- शीघ्र विवाह की प्रार्थना करें
संतान होने में आ रही बाधाओं के लिए उपाय-
- शिव जी के मंदिर जाएं
- शिव लिंग पर घी अर्पित करें
- फिर उन्हें जल की धारा चढ़ाएं
- संतान प्राप्ति की प्रार्थना करें
ये उपाय करने से मिलेंगे लाभ-
- हर महत्वपूर्ण काम करने के पूर्व एक जायफल ले लें
- एक बार में चाकू से काटकर उसके दो भाग कर दें
- दोनों भागों को काम के लिए बाहर निकलते ही फेंक दें
- हर काम में सफलता मिलेगी ही.
भगवान शिव को प्रिय सावन माह शुरू हो गया है। हिंदू कैलेंडर में सावन पांचवा महीना होता है जो काफी शुभ माना जाता है। यह महीना भगवान शिव को समर्पित होता है। इस बार सावन में चार सोमवार पड़ रहे हैं। 22 जुलाई को पहला सोमवार है। सावन में शिव मंदिरों में श्रद्धालुओं की खूब भीड़ उमड़ती है। इसके लिए शहर और उपनगर के शिवालयों में विशेष तैयारी की गई है।
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मंगला गौरी का भी रखा जाता है व्रत
आचार्य डॉ. बालकृष्ण मिश्र ने कहा, ‘भगवान शिव को प्रिय सावन महीना 17 जुलाई से शुरू है। 15 अगस्त को सावन का आखिरी दिन है। पहला सोमवार 22 जुलाई को है। दूसरा सोमवार 29 जुलाई, तीसरा सोमवार 5 अगस्त और चौथा व सावन का सोमवार 12 अगस्त है। इस दौरान भोले बाबा की उपासना करने पर भक्तों की हर मनोकामना पूरी होती हैं। बहुत से लोग सावन के पहले सोमवार से ही 16 सोमवार व्रत की शुरुआत करते हैं। सावन की एक बात और खास है कि इस महीने में मंगलवार का व्रत भगवान शिव की पत्नी देवी पार्वती के लिए किया जाता है। श्रावण के महीने में किए जाने वाले मंगलवार व्रत को मंगला गौरी व्रत कहा जाता है।
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सावन यहां 15 दिन बाद होगा आरंभ
मुंबई के एक मंदिर के प्रबंधक ने बताया कि उत्तर और पश्चिम भारत के पंचांगों में माह के आरंभ में 15 दिन का अंतर होता है। मुंबई और गुजरात सहित अन्य भागों में सावन 15 दिन बाद आरंभ होगा, जबकि उत्तर भारत में सावन शुरू हो गया है। मुंबई और सटे उपनगरों में लाखों हिंदीभाषी रहते हैं, ऐसे में वह सावन उत्तर भारत के पंचांगों के मुताबिक ही सोमवार का व्रत रखते हैं और बड़ी संख्या में शिवालयों में दर्शन करते हैं।
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ऐसे करें पूजा
सोमवार को सुबह स्नान करके एक तांबे के लोटे में अक्षत, दूध, पुष्प, बिल्व पत्र आदि डालें। इसके बाद शिव मंदिर जाएं और वहां शिवलिंग का अभिषेक करें। इस दौरान ‘ऊं नम: शिवाय’ मंत्र का जाप करें। संभव हो, तो मंदिर परिसर में ही शिव चालीसा और रुद्राष्टक का पाठ करें।
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